Abhidhamma मन में उत्पन्न होने वाले विचारों के तत्व और उनके गुण, उन विचारों की विशेषताएँ, अथवा उन विचारों को बनाने वाले कारक हमारे चित्त को बनाते हैं, इन्हें हम "मानसिक सहवर्ती" भी कह सकते हैं।(Translation in Hindi)मेरी समझ में इसका सारांश –मन और उसमे उठने वाले विचारों के प्रति सजगता बनाये रखने के लिए केवल विचारों को ही नहीं बल्कि विचारों के हरेक एलिमेंट को बहुत अच्छे से जानना आवश्यक है।

मन में उत्पन्न होने वाले विचारों के तत्व और उनके गुण, उन विचारों की विशेषताएँ, अथवा उन विचारों को बनाने वाले कारक हमारे चित्त को बनाते हैं, इन्हें हम "मानसिक सहवर्ती" भी कह सकते हैं।(Translation in Hindi)

मेरी समझ में इसका सारांश –मन और उसमे उठने वाले विचारों के प्रति सजगता बनाये रखने के लिए केवल विचारों को ही नहीं बल्कि विचारों के हरेक एलिमेंट को बहुत अच्छे से जानना आवश्यक है।

Comments

Popular posts from this blog

India should ignore odd comments by the West as a measure of strength. भारत मजबूत हो रहा है, पश्चिम की हर आलोचना (झूठी) पर चिंतित होना ठीक नहीं

74 years of stigma removed in just 30 minutes*

Remembering Sir Ratan Tata: A Legacy of Leadership and Philanthropy