जिस व्यक्ति ने अपने मन को सभी शीलों का पालन कर स्वच्छ कर लिया है सत्य और संयम से युक्त वह व्यक्ति, काषाय-वस्त्र (चीवर) धारण करने का अधिकारी हो जाता है।
जिस व्यक्ति ने अपने मन को सभी शीलों का पालन कर स्वच्छ कर लिया है सत्य और संयम से युक्त वह व्यक्ति, काषाय-वस्त्र (चीवर) धारण करने का अधिकारी हो जाता है।
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