(अप्पमाद वग्ग) जागरूक और मेहनती (अप्रमाद) जीवन जीने वाले मनुष्य को निर्वाण का अमृतपद मिलता है। आलस्य जैसी बेहोशी (प्रमादी) जीवन जीने वाले को मृत्यु का पद मिलता है। अप्रमादी मरते नहीं और प्रमादी मनुष्य तो जीते हुए भी मरे-समान होते हैं।
(अप्पमाद वग्ग) जागरूक और मेहनती (अप्रमाद) जीवन जीने वाले मनुष्य को निर्वाण का अमृतपद मिलता है। आलस्य जैसी बेहोशी (प्रमादी) जीवन जीने वाले को मृत्यु का पद मिलता है। अप्रमादी मरते नहीं और प्रमादी मनुष्य तो जीते हुए भी मरे-समान होते हैं।
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